Tuesday 11 October 2016

तुम्हारा लंड तो बहुत मोटा और लम्बा है



मेरा नाम प्रेम है, मैं गुजरात में भरूच के एक गाँव से हूँ। मुझे मस्ताराम की हिंदी सेक्स कहानी बहुत अच्छी लगती हैं। कई सेक्स कहानियाँ तो बहुत ही अच्छी लगीं।  मुझे पहले तो यह लगा कि लोग झूठी सेक्स कहानी लिख कर मस्ताराम पर प्रकाशित होने के लिए दे देते हैं.. पर जब से एक ऐसा ही हादसा मेरे साथ हुआ है.. तब से मैं मान गया कि कोई ऐसे ही लिखेगा, उसे क्या मिलता होगा।  मुझे आज ये सारी कहानियाँ सही लगती हैं। यह मेरी
पहली कहानी है जो मैं आप सबको सुनाने जा रहा हूँ और मेरा पहला अनुभव भी है।  मैं 22 साल का हूँ। मेरा लंड खीरे जैसा लंबा मोटा है। मुझे लगता था कि ऐसा सभी का होता होगा.. पर बाद में मुझे मालूम हुआ कि मेरा लौड़ा कुछ असामान्य नाप का है।  आरम्भ में मेरी कभी सेक्स में रूचि ना थी.. लेकिन मेरे एक दोस्त ने जबसे मुझे ब्लू-फिल्म दिखाई.. तब से मेरी कोशिश रहती थी कि कोई ऐसा मिले, जिसके साथ मैं सेक्स कर सकूँ। लेकिन अब तक कुछ नहीं उखाड़ पाया।  मेरी यह सेक्स घटना अभी 4-5 महीने पहले की ही है, जब मेरे एग्जाम खत्म हो गए थे।  दोस्त की मस्त बीवी मेरा एक दोस्त है.. उसके घर में मैं टीवी देखने जाया करता हूँ। दोस्त की शादी के अभी दो साल ही हुए थे, उसकी बीवी बहुत मस्त है.. वो देखने में किसी मॉडल जैसी लगती है।  शुरू-शुरू में मैं उससे बात नहीं करता था।  मैं जब भी टीवी देखने के लिए जाता था तब वो वहाँ होती थी और फिर एक बार उससे बातचीत की शुरुआत हुई।  कुछ ही समय में मैं उससे काफी खुल गया।  एक दिन मैंने भाभी को रोमांटिक मैसेज भेजा, तो वो भी इस तरह के मैसेज मुझे भेजने लगी। फिर हम दोनों रोज ही मैसेज पर बात करने लगे।  एक दिन मैंने भाभी से पूछ ही लिया- क्या आप हम से लव करती हो? तो उसने झट से जवाब दे दिया- हाँ मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ। लेकिन मैंने समझाया- आप मेरे दोस्त की बीवी हो.. तो मैं आपसे प्यार क्यों करूँ।  दरअसल उसका प्रेम मेरे प्रति इसलिए भी जाग गया था क्योंकि उसका पति उसके साथ रोमांस जैसा कुछ भी नहीं करता था।  हालांकि उनका एक बच्चा भी है.. जो अभी एक साल का ही है। शायद उसके पति ने बच्चा पैदा करने के बाद से उसको चोदना छोड़ दिया था। इसी कारण हम दोनों प्यार में पड़ गए। अब तो फ़ोन सेक्स, सेक्स चैट भी करने लगे।  एक दिन उसने मुझे मिलने के लिए बुलाया।  मैं उसके घर गया, वो घर पर अकेली थी। मेरे वहाँ पर पहुँचते ही उसने मुझे चूम लिया और हमारे बीच चूमा-चाटी होने लगी।  मैं भी कहाँ रुकने वाला था, मैं तो भाभी पर एकदम से टूट पड़ा।  फिर मैंने उसका ब्लाउज खोल दिया, मुझे उसका गोरा सीना बहुत भा गया तो उसके बाद ही मैंने उसकी ब्रा भी खोल दी।  जैसे ही मैंने ब्रा खोली तो उसके मम्मे उछल कर बाहर आ गए। मैं भरे हुए चूचे देखकर उनको जोरों से दबाने लगा। कितने दिनों के बाद मुझे उसके पूरे के पूरे मम्मे देखने को और दबाने को मिले।  फिर मैंने उसके चूचुकों को मुँह में ले लिया और चूसने लगा। वो ‘आआह्ह.. ह्हह्ह..’ कर रही थी।  मैं उसके दूध को चूसता ही रहा। थोड़ी देर बाद मैंने उसकी साड़ी हटा कर उसको सिर्फ पैन्टी में ला दिया। उसकी चूत बहुत गरम हो गई थी.. जिस कारण उसकी पैन्टी गीली हो चुकी थी। मैं उसकी पैन्टी को उतारकर उसकी चूत को फैला कर चाटने लगा। वो मादक सिसकारी भर रही थी- अहाआआ.. अस्स.. शह्हह्हस.. ऐसा तो तेरा दोस्त भी नहीं करता है।  उसे और मुझे भी बहुत मजा आ रहा था क्योंकि मैंने चूत पहली बार देखी थी। वो पूरी नंगी थी।  पहली बार ऐसी नंगी लड़की को देख कर मेरा लंड जो सो रहा था.. वो लोहे जैसा कड़ा हो चुका था। उसने मुझे भी नंगा कर दिया।  मेरा लंड देखते ही वो बोली- इतना लम्बा तो तेरे दोस्त का भी नहीं है। मुझे तेरे लंड से चुदवाने में मजा आएगा।  मेरा लंड उसके हाथों में आते ही झटके मारने लगा। वो बहुत कड़ा हो चुका था।  उसने कहा- तुम्हारा लंड तो बहुत मोटा और लम्बा है।  इसी बीच मैंने गरम होकर उसके निप्पल को काट लिया.. तो वो बहुत जोर से चिल्लाई और कहने लगी- जानू जल्दी करो ना.. अब सहा नहीं जा रहा है।  फिर मैंने लौड़ा हिलाया और उसकी चूत पर निशाना लगाया, अपनी तोप को छेद पर रख कर धक्का लगा दिया।  मेरा लौड़ा जैसे ही चूत की दरार में घुसा.. तो वो एकदम से चिल्लाई। मैंने ध्यान न देकर जोरदार धक्का लगाते हुए पूरा का पूरा लौड़ा चूत में ठेल दिया।  वो दर्द से तड़फ उठी।  कुछ पल बाद लौड़े ने चूत में अपनी जगह बना ली।  अब उसे मैं जोर-जोर से धक्के मारने लगा। मुझे तो पसीना आ गया था।  मैं उसके मम्मों को दबाए जा रहा था। कई मिनट तक ऐसे ही मैंने उसको चोदा। तब तक वो दो बार झड़ चुकी थी, पर मेरा पानी अभी भी नहीं निकला था।  अब मैंने अपनी गति और बढ़ा दी और फुल स्पीड से चोदना शुरू कर दिया।  कुछ ही देर के बाद मैंने कहा- मेरा पानी निकलने वाला है, बोलो कहाँ निकालूँ? वो बोली- मेरी चूत में ही अपना पानी छोड़ दो।  मैंने उसकी चूत में पानी छोड़ दिया। फिर उसको मैं अपनी बाँहों में लेकर सोफ़े पर लेट गया।  थोड़ी देर बाद वो उठी और चूत से मेरा लंड निकाल कर उसको चूसने लगी।  बाद में वो मुझे बाथरूम में ले गई और मेरे लंड को साबुन से साफ़ किया।  उसने मुझे पूछा- मजा आया। मैंने कहा- बहुत मजा आया..  तभी वो बोली- तुम्हारा लंड तो अभी भी खड़ा है.. क्यूँ..? मैंने कहा- ये अभी भी भूखा लगता है। उसने कहा- तो फिर चलो शुरू हो जाओ।  मैं यह सुनकर तो खुशी के मारे उछल पड़ा, फिर से चुदाई शुरू हो गई।  इसके बाद तो जैसे चुदाई का सिलसिला निकल पड़ा और मैंने भाभी को न जाने कितनी बार चोदा और आज भी चोदता हूँ।  बस दोस्तो.. यही कहानी है मेरी.. आपको यकीन आए या ना आए पर है एकदम सच्ची। आपके विचारों का स्वागत है। मेरी सेक्स कहानी कैसी लगी.. बताना जरूर।  भाभी के बाद मैंने न जाने कितनी और भाभी और लड़कियों को चोदा। सच में चूत चोदने में जो मजा आता है वो किसी चीज में नहीं आता है। मेरी और भी मजेदार कहानियां पढने के लिए आप यह क्लिक कर सकते है |