
हैलो दोस्तो, मैं प्रवीण.. एक बार फिर आपके सामने अपनी कुछ आपबीती बताने जा रहा हूँ.. जिसका एक-एक कथन बिल्कुल सच है और इसके साथ-साथ मैं ये भी उम्मीद करता हूँ कि जितना मजा मैंने चुदाई करते हुए लिया है.. ठीक उतना ही मजा आपको इस कहानी को पढ़कर आ जाए और आप भी चूत और लंड पाने के लिए तड़फ उठें।
यह बात चार महीने पहले की सर्दियों की है.. जब मैं.. मेरी गर्लफ्रेण्ड.. उसकी बहन.. और बहन का ब्वॉयफ्रेण्ड हम चारों अपने ही ग्रुप के एक कॉमन दोस्त की शादी में जा रहे थे।
शादी एक फार्महाउस में हो रही थी.. जिसमें 10-12 कमरे भी थे, कुछ सिंगल रूम थे और कुछ डबलबेड ...